पाप
आलोक
कुमार सातपुते
मध्यरात्रि एक ट्रक ड्राइवर स्पीड से ट्रक चला रहा था। नज़दीक किनारे बायीं ओर उसे एक सायकल सवार जाता हुआ दिखा। अचानक उसके समक्ष एक गाय आ गयी। उसने गाय को बचाने के लिऐ अपनी बायीं ओर कट मारा। सायकल सवार अब ट्रक की चपेट में आ गया। ट्रक ड्राइवर ने मन ही मन ईश्वर को धन्यवाद दिया कि आज वह गो-हत्या के पाप से बच गया।
मध्यरात्रि एक ट्रक ड्राइवर स्पीड से ट्रक चला रहा था। नज़दीक किनारे बायीं ओर उसे एक सायकल सवार जाता हुआ दिखा। अचानक उसके समक्ष एक गाय आ गयी। उसने गाय को बचाने के लिऐ अपनी बायीं ओर कट मारा। सायकल सवार अब ट्रक की चपेट में आ गया। ट्रक ड्राइवर ने मन ही मन ईश्वर को धन्यवाद दिया कि आज वह गो-हत्या के पाप से बच गया।
पूजा
आलोक
कुमार सातपुते
वह पार्टी से होकर रात में देर से
घर पहुँचा। सुबह पत्नी ने करवा-चौथ व्रत से
सम्बन्धित पूजा के सामानों की सूची दी थी, और साथ में हर हाल में उन सामानों
को लाने की हिदायतें भी..., पर काम की अधिकता से वह सामान
लाना भूल गया, सो वह डरते-डरते अपने बेडरूम में
पहुँचा। पत्नी बिस्तर पर लेटी हुई थी। उसने अपराधबोध से कहा- ‘सॉरी डार्लिंग, आज मैं तुम्हारे कहे सामानों को
नहीं ला पाया।’
‘‘तुम भी कहाँ वक़्त-बेवक़्त फालतू बातें ले बैठते हो’’, कहकर
पत्नी ने एक हाथ से उसका हाथ पकड़कर उसे बिस्तर पर गिरा दिया, और
दूसरे हाथ से बत्ती गुल कर दी।
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